शिक्षक बनने को भटक रहे 5 हजार डीपीएड डिग्रीधारक
लखनऊ (ब्यूरो)। डिप्लोमा इन फिजिकल एजूकेशन (डीपीएड) करने वाले करीब 5000 छात्र-छात्राएं भटक रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद उन्हें शिक्षक बनाने पर अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।
प्रदेश में डीपीएड के तीन सरकारी और दो सहायता प्राप्त कॉलेज हैं। इनमें 240 सीटें हैं। सरकार पूर्व में डीपीएड करने वालों को शिक्षक बनाती रही है, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। यही नहीं वर्ष 2007 से डीपीएड का कोर्स भी सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों में बंद कर दिया गया। डीपीएड छात्र संघर्ष मोर्चा के निर्भय सिंह बताते हैं कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार ने कुछ नहीं किया।
लखनऊ (ब्यूरो)। डिप्लोमा इन फिजिकल एजूकेशन (डीपीएड) करने वाले करीब 5000 छात्र-छात्राएं भटक रहे हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद उन्हें शिक्षक बनाने पर अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।
प्रदेश में डीपीएड के तीन सरकारी और दो सहायता प्राप्त कॉलेज हैं। इनमें 240 सीटें हैं। सरकार पूर्व में डीपीएड करने वालों को शिक्षक बनाती रही है, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। यही नहीं वर्ष 2007 से डीपीएड का कोर्स भी सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों में बंद कर दिया गया। डीपीएड छात्र संघर्ष मोर्चा के निर्भय सिंह बताते हैं कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार ने कुछ नहीं किया।
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