पालीटेक्निक कॉलेजों में होगी 1746 शिक्षकों की भर्ती
झांसी (ब्यूरो)। प्राविधिक शिक्षा मंत्री शिवाकांत ओझा ने कहा कि प्रदेश के पालीटेक्निक कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए जल्द ही 1746 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए अक्तूबर माह में भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। प्रदेश के ऐसे मंडल जहां सरकारी इंजीनियरिंग कॉॅलेज नहीं हैं, वहां नए कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश के 35 जनपदों में पालीटेक्निक कालेज खोले जाएंगे। यह जानकारी उन्होंने बृहस्पतिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने झांसी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, कौशांबी, बनारस, जौनपुर, बलिया, आजमगढ़ समेत 35 जनपदों में कॉलेज खोलने की योजना तैयार की है। जनपद वार पालीटेक्निक प्रधानाचार्यों से सूची मांगी गई है। वहीं वर्ष 2015-16 में जिन मंडलों में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं हैं, वहां कॉलेज खोले जाएंगे। कॉलेज खोलने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा खाका खींचा जा चुका है। जल्द ही जिलाधिकारियों द्वारा उक्त कॉॅलेजों के लिए जमीन चिह्नित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत पालीटेक्निक के छात्रों को व्यवहारिक जानकारी देने के लिए उन्हें कारखानों का भ्रमण कराया जाएगा। अक्सर छात्र-छात्राएं सैद्धांतिक जानकारी तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन उन्हें प्रैक्टीकल की जानकारी नहीं होती है। इससे जॉब मिलने में कठिनाई होती है। इंटरव्यू के दौरान मनमाफिक सफलता नहीं मिल पाती है। ऐसे विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए यह योजना प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गई है
झांसी (ब्यूरो)। प्राविधिक शिक्षा मंत्री शिवाकांत ओझा ने कहा कि प्रदेश के पालीटेक्निक कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए जल्द ही 1746 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए अक्तूबर माह में भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। प्रदेश के ऐसे मंडल जहां सरकारी इंजीनियरिंग कॉॅलेज नहीं हैं, वहां नए कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश के 35 जनपदों में पालीटेक्निक कालेज खोले जाएंगे। यह जानकारी उन्होंने बृहस्पतिवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने झांसी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, कौशांबी, बनारस, जौनपुर, बलिया, आजमगढ़ समेत 35 जनपदों में कॉलेज खोलने की योजना तैयार की है। जनपद वार पालीटेक्निक प्रधानाचार्यों से सूची मांगी गई है। वहीं वर्ष 2015-16 में जिन मंडलों में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं हैं, वहां कॉलेज खोले जाएंगे। कॉलेज खोलने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा खाका खींचा जा चुका है। जल्द ही जिलाधिकारियों द्वारा उक्त कॉॅलेजों के लिए जमीन चिह्नित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत पालीटेक्निक के छात्रों को व्यवहारिक जानकारी देने के लिए उन्हें कारखानों का भ्रमण कराया जाएगा। अक्सर छात्र-छात्राएं सैद्धांतिक जानकारी तो हासिल कर लेते हैं, लेकिन उन्हें प्रैक्टीकल की जानकारी नहीं होती है। इससे जॉब मिलने में कठिनाई होती है। इंटरव्यू के दौरान मनमाफिक सफलता नहीं मिल पाती है। ऐसे विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए यह योजना प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गई है
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